” जो कुछ भी मिला है उसी में खुश हूँ
में तेरे लिए खुदा से तकरार नहीं करती
पर कुछ तो बात है तेरी फितरत में ज़ालिम
वरना तुझे चाहने की खता बार – बार नहीं करती…!! “

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