कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है

कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है,
प्यास भुझ्ती नहीं बरसात चली जाती है,
तेरी याद कुछ इस तरह आती है,
नींद आती नहीं मगर रात गुज़र जाती है।

जब भी करीब आता हूँ बताने के लिये

जब भी करीब आता हूँ बताने के लिये,
जिंदगी दूर रखती हैं सताने के लिये,
महफ़िलों की शान न समझना मुझे,
मैं तो अक्सर हँसता हूँ गम छुपाने के लिये।

कोशिश न कर तू सभी को ख़ुश रखने की

कोशिश न कर तू सभी को ख़ुश रखने की,
नाराज तो यहाँ कुछ लोग भगवान से भी हैं,
मन की बात कह देने से फैसले हो जाते हैं,
और मन में रख लेने से फासले हो जाते हैं!

मेरी जिन्दगी को तन्हाई ढूँढ लेती है

मेरी जिन्दगी को तन्हाई ढूँढ लेती है,
मेरी हर खुशी को रुसवाई ढूँढ लेती है,
ठहरी हुई हैं मंजिलें अंधेरों में कबसे,
मेरे जख्म को गमे-जुदाई ढूँढ लेती है!

चलते रहे कदम.. किनारा जरुर मिलेगा

चलते रहे कदम.. किनारा जरुर मिलेगा,
अन्धकार से लड़ते रहे सवेरा जरुर खिलेगा,
जब ठान लिया मंजिल पर जाना रास्ता जरुर मिलेगा,
ए राही न थक चल.. एक दिन समय जरुर फिरेगा।

आज हम हैं, कल हमारी यादें होंगी

आज हम हैं, कल हमारी यादें होंगी,
जब हम ना होंगे, तब हमारी बातें होंगी,
कभी पलटो गे जिंदगी के ये पन्ने..
तो शायद आप की आँखों से भी बरसातें होंगी।

फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा संभल कर चलो

फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा संभल कर चलो,
मुखालिफ आज हवा है जरा संभल कर चलो,
कोई देखे न देखे बुराइयां अपनी..
खुदा तो देख रहा है जरा संभल कर चलो।