आज का ज्ञान

?आज का ज्ञान?
मां और बीबी को कभी विश्वास दिलाने की जरुरत नही होती…..

क्योकि….

मां कभी शक नही करती….

और….

बीबी कभी यकीन नही करती…

? ज्ञान समाप्त ? ?????????

जब एक महिला दूसरी महिला के साथ कानाफूसी

जब एक महिला दूसरी महिला के साथ कानाफूसी करे तो उसे क्या कहते है?

डाटा ट्रांसफर????
और जब बाद में ये कहें कि .. मरन दो जिज्जी अपने को क्या करना !!

तो समझ लीजिए पूरा डेटा ट्रांसफर हो चुका है…!!
???

​एक सुनार  से लक्ष्मी  जी  रूठ गई

एक सुनार  से लक्ष्मी  जी  रूठ गई ।
जाते वक्त  बोली मैं जा रही  हूँ
और मेरी जगह  नुकसान आ रहा है ।
तैयार  हो जाओ।
लेकिन  मै तुम्हे अंतिम भेट जरूर देना चाहती हूँ।

मांगो जो भी इच्छा  हो।
सुनार बहुत समझदार  था।

उसने ? विनती  की नुकसान आए तो आने  दो ।
लेकिन  उससे कहना की मेरे परिवार  में आपसी  प्रेम  बना रहे।

बस मेरी यही इच्छा  है।
लक्ष्मी  जी  ने  तथास्तु  कहा।
कुछ दिन के बाद :-
सुनार की सबसे छोटी  बहू  खिचड़ी बना रही थी।
उसने नमक आदि  डाला  और अन्य  काम  करने लगी।
तब दूसरे  लड़के की  बहू आई और उसने भी बिना चखे नमक डाला और चली गई।
इसी प्रकार  तीसरी, चौथी  बहुएं  आई और नमक डालकर  चली गई ।
उनकी सास ने भी ऐसा किया।
शाम  को सबसे पहले सुनार  आया।
पहला निवाला  मुह में लिया।

देखा बहुत ज्यादा  नमक  है।
लेकिन  वह समझ गया  नुकसान (हानि) आ चुका है।
चुपचाप खिचड़ी खाई और चला गया।
इसके बाद  बङे बेटे का नम्बर आया।
पहला निवाला  मुह में लिया।

पूछा पिता जी  ने खाना खा लिया क्या कहा उन्होंने ?
सभी ने उत्तर दिया-” हाँ खा लिया, कुछ नही बोले।”
अब लड़के ने सोचा जब पिता जी ही कुछ  नही  बोले तो मै भी चुपचाप खा लेता हूँ।
इस प्रकार घर के अन्य  सदस्य  एक -एक आए।
पहले वालो के बारे में पूछते और चुपचाप खाना खा कर चले गए।
रात  को नुकसान (हानि) हाथ जोड़कर
सुनार से कहने लगा  -,”मै जा रहा हूँ।”
सुनार ने पूछा- क्यों ?
तब नुकसान (हानि ) कहता है, ” आप लोग एक किलो तो नमक खा गए  ।
लेकिन  बिलकुल  भी  झगड़ा  नही हुआ। मेरा यहाँ कोई काम नहीं।”
*निचोङ*
⭐झगड़ा कमजोरी, हानि, नुकसान  की पहचान है।
?जहाँ प्रेम है, वहाँ लक्ष्मी  का वास है।
?सदा प्यार -प्रेम  बांटते रहे। छोटे -बङे  की कदर करे ।
जो बङे हैं, वो बङे ही रहेंगे ।
चाहे आपकी कमाई उसकी कमाई   से बङी हो।   ????
अच्छा लगे तो आप जरुर किसी अपने को भेजें।

थोडा हंस लीजिये

थोडा हंस लीजिये। मैंने तो खूब हंसा भाई।

????????????

एक चिड़ियाघर में एक तोते के पिंजड़े के बाहर लिखा था —

“इंग्लिश, हिंदी और भोजपुरी बोलने वाला तोता”.

?

एक आदमी ने इस बात को टेस्ट करने के लिए तोते से पहले इंग्लिश में पूछा — हू आर यू?,

तोता — आई ऍम पैरेट।
आदमी (हिंदी में) — तुम कौन हो?,

तोता — मैं एक तोता हूँ।

आदमी (इस बार भोजपुरी में)– तु के हव ?,,,,,

तोता — तोहार बाप सरऊ… एकई बतीया चार बेरी पुछत हउवे सारे , पटक के लतिया देब……..????

सब्जी बाजार का क्रिकेट मैच

सब्जी बाजार का क्रिकेट मैच

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और इसी के साथ टमाटर ने पूरा किया शानदार शतक। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 120 पर नाबाद। दूसरे छोर पर शिमला मिर्च भी दे रही बराबर का साथ। 80 पर नाबाद।कई बार दोहरा शतक जड़ चुके धनिया से इस पारी में तिहरा शतक की उम्मीद।ओपनर आलू प्याज सस्ते में निपटे।पुछल्ले भिंडी , गिलकी से भी अच्छी पारी की उम्मीद।

विपक्षी टीम” उपभोक्ता” का मनोबल टूटा, अभूत पूर्व निराशा, मैदान छोड़कर भागने की तैयारी।———

आगे का हाल कॉमेंट करने वाले मित्रो से—।

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कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है

कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है,
प्यास भुझ्ती नहीं बरसात चली जाती है,
तेरी याद कुछ इस तरह आती है,
नींद आती नहीं मगर रात गुज़र जाती है।

जब भी करीब आता हूँ बताने के लिये

जब भी करीब आता हूँ बताने के लिये,
जिंदगी दूर रखती हैं सताने के लिये,
महफ़िलों की शान न समझना मुझे,
मैं तो अक्सर हँसता हूँ गम छुपाने के लिये।

कोशिश न कर तू सभी को ख़ुश रखने की

कोशिश न कर तू सभी को ख़ुश रखने की,
नाराज तो यहाँ कुछ लोग भगवान से भी हैं,
मन की बात कह देने से फैसले हो जाते हैं,
और मन में रख लेने से फासले हो जाते हैं!

मेरी जिन्दगी को तन्हाई ढूँढ लेती है

मेरी जिन्दगी को तन्हाई ढूँढ लेती है,
मेरी हर खुशी को रुसवाई ढूँढ लेती है,
ठहरी हुई हैं मंजिलें अंधेरों में कबसे,
मेरे जख्म को गमे-जुदाई ढूँढ लेती है!

चलते रहे कदम.. किनारा जरुर मिलेगा

चलते रहे कदम.. किनारा जरुर मिलेगा,
अन्धकार से लड़ते रहे सवेरा जरुर खिलेगा,
जब ठान लिया मंजिल पर जाना रास्ता जरुर मिलेगा,
ए राही न थक चल.. एक दिन समय जरुर फिरेगा।

आज हम हैं, कल हमारी यादें होंगी

आज हम हैं, कल हमारी यादें होंगी,
जब हम ना होंगे, तब हमारी बातें होंगी,
कभी पलटो गे जिंदगी के ये पन्ने..
तो शायद आप की आँखों से भी बरसातें होंगी।

फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा संभल कर चलो

फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा संभल कर चलो,
मुखालिफ आज हवा है जरा संभल कर चलो,
कोई देखे न देखे बुराइयां अपनी..
खुदा तो देख रहा है जरा संभल कर चलो।