संता उदास बैठे पानी मे पत्थर मार रहा था..

एक मेढक निकल कर बोला..

“पानी मे आ तेरी उदासी उतारू साले,

अपनी वाली के चक्कर मे मेरी वाली का सिर फोड दिया।”