Shayariदुश्मन भी मेरे मुरीद….Posted on July 20, 2017October 12, 2023zokeswhatsappCommentदुश्मन भी मेरे मुरीद हैं शायदवक़्त बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैंमेरी गली से गुज़रते हैं छुपा के खंजररु-ब-रु होने पर सलाम किया करते हैं. Post Views: 391