Shayariछीन ली हमारी मोहब्बतPosted on October 9, 2017October 12, 2023zokeswhatsappCommentछीन ली हमारी मोहब्बत…खामोश फ़िज़ा थी कोई साया न था, इस शहर में मुझसा कोई आया न था, किसी ज़ुल्म ने छीन ली हम से हमारी मोहब्बत, हमने तो किसी का दिल दुखाया न था। Post Views: 349