रूठ जाओ कितना भी मना लेंगे

” रूठ जाओ कितना भी मना लेंगे
दूर जाओ कितना भी बुला लेंगे
दिल आखिर दिल है सागर की रेत तो नहीं
की नाम लिख कर उसे मिटा देंगे…!! “

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