इस दिल को किसी की आहट की आस रहती है

इस दिल को किसी की आहट की आस रहती है,
निगाह को किसी सूरत की प्यास रहती है,
तेरे बिना जिन्दगी में कोई कमी तो नही,

फिर भी तेरे बिना जिन्दगी उदास रहती है॥

तू नहीं तो ये नज़ारा भी बुरा लगता है

तू नहीं तो ये नज़ारा भी बुरा लगता है..
चाँद के पास सितारा भी बुरा लगता है..
ला के जिस रोज़ से छोड़ा है तुने भवँर में मुझको..

मुझको दरिया का किनारा भी बुरा लगता है.

माना की मोहोब्बत के किस्से….

माना की मोहोब्बत के किस्से मशहूर होते है,
मगर दुनिया के भी कुछ अपने दस्तूर होते है,
दुनिया कायम है इसलिए की वो है पत्थर की,

जबकि शीशे कें दिल ही चकना चूर होते है.

मुझको ऐसा दर्द….

मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं,
फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई गिला नहीं,
और कितने आंसू बहाऊँ उस के लिए,

जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा ही नहीं.

नहीठोकर ना लगा मुझे पत्थर  हूँ मैं….

नहीठोकर ना लगा मुझे पत्थर  हूँ मैं,
हैरत से ना देख कोई मंज़र नही हूँ मैं,
उनकी नज़र में मेरी कदर कुछ भी नही,

मगर उनसे पूछो जिन्हें हासिल नही हूँ मैं.

दिल जब टूटता….

दिल जब टूटता है तो आवाज नहीं आती!
हर किसी को मुहब्बत रास नहीं आती!
ये तो अपने-अपने नसीब की बात है!
कोई भूलता नहीं और किसी को याद भी नहीं आती!

किसी के दिल पे क्या गुजरी….

किसी के दिल पे क्या गुजरी हे वो अनजान क्या जाने,
प्यार किसको कहते हे वो नादान क्या जाने,
हवा के साथ उठा ले गया घर का परिंदा,

केसे बना था ये घोसला वो तूफान क्या जाने.