Shayariख़ाली नहीं रहा कभी आँखों का ये मकानPosted on July 7, 2017October 12, 2023zokeswhatsappCommentख़ाली नहीं रहा कभी आँखों का ये मकान, सब अश्क़ निकल गये तो उदासी ठहर गयी Post Views: 544