Shayariहमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहलेPosted on July 22, 2017October 12, 2023zokeswhatsappCommentहमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहले,न थी दुश्मनी किसी से तेरी दोस्ती से पहले,है ये मेरी बदनसीबी तेरा क्या कुसूर इसमें,तेरे ग़म ने मार डाला मुझे ज़िन्दग़ी से पहले. Post Views: 363